दिनांक 04.09.2022 को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित "महंगाई पर हल्ला बोल" रैली में देशभर से हज़ारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए, जिसमें असंगठित क्षेत्र की मज़बूत आवाज़ – केकेसी (असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस) – ने भी अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई।
इस विशाल रैली में केकेसी के राष्ट्रीय चेयरमैन माननीय डॉ. उदित राज जी के नेतृत्व में सैकड़ों केकेसी कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर न सिर्फ महंगाई के विरुद्ध जन आक्रोश को स्वर दिया, बल्कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एक संगठित प्रतिरोध का परिचय भी दिया।
रैली में भाग लेने वाले केकेसी कार्यकर्ता विभिन्न राज्यों से आए थे—दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, और छत्तीसगढ़ सहित कई क्षेत्रों से मज़दूर, महिला कर्मचारी, घरेलू कामगार, और असंगठित क्षेत्र के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उन्होंने बैनर, झंडों और नारों के साथ महंगाई, बेरोजगारी और श्रमिक शोषण के विरुद्ध ज़ोरदार प्रदर्शन किया।
रैली के समापन के पश्चात कांग्रेस मुख्यालय में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें माननीय डॉ. उदित राज जी ने केकेसी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने ओजस्वी संबोधन में उन्होंने कहा:
"महंगाई गरीब की थाली से निवाला छीन रही है, और असंगठित कामगार सबसे अधिक पीड़ित हैं। केकेसी इस अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने में कभी पीछे नहीं हटेगी।"
उन्होंने कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुए संगठनात्मक मजबूती, ज़मीनी जुड़ाव और जनआंदोलन की निरंतरता बनाए रखने पर ज़ोर दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केकेसी का संघर्ष सिर्फ मुद्दों के विरोध तक सीमित नहीं, बल्कि श्रमिकों को अधिकार दिलाने की ठोस रणनीति का हिस्सा है।
यह दिन केवल एक रैली का नहीं, बल्कि देश के असंगठित वर्ग की जागरूकता, एकजुटता और संघर्ष की भावना का प्रतीक बन गया, जिसमें केकेसी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक रही।