दिनांक 28 दिसंबर 2022 को शहीद ऊधम सिंह की जयंती के अवसर पर हरियाणा के हिसार में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य देश की आज़ादी के लिए प्राण न्योछावर करने वाले अमर शहीदों को स्मरण करते हुए मजदूरों और किसानों के अधिकारों के लिए जागरूकता फैलाना था।
इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय मज़दूर किसान मंच द्वारा किया गया, जो कि असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) के अंतर्गत मनरेगा सेक्टर के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर श्री धीरज गाबा के नेतृत्व में सक्रिय रूप से कार्यरत है।
इस गरिमामय अवसर पर केकेसी के राष्ट्रीय चेयरमैन, माननीय डॉ. उदित राज जी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और उपस्थित मज़दूरों, किसानों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय नागरिकों को संबोधित किया।
डॉ. उदित राज जी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा:
"शहीद ऊधम सिंह जैसे क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी आज भी हमें प्रेरणा देते हैं कि अन्याय के विरुद्ध खड़े होना ही सच्ची देशभक्ति है। आज भी देश के करोड़ों मज़दूर और किसान आर्थिक शोषण, असमानता और बेरोज़गारी का सामना कर रहे हैं। यह समय है कि हम उनके अधिकारों की लड़ाई संगठित रूप से लड़ें। केकेसी का संकल्प है कि वह मज़दूरों की आवाज़ को सड़कों से लेकर संसद तक बुलंद करेगा।”
कार्यक्रम के दौरान कई सामाजिक मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ, जिनमें विशेष रूप से मनरेगा के अंतर्गत कार्यरत श्रमिकों की समस्याएँ, न्यूनतम मज़दूरी, सामाजिक सुरक्षा, और स्थायी रोज़गार की माँग प्रमुख रहीं।
इसके अतिरिक्त, मंच से यह आह्वान भी किया गया कि ग्रामीण एवं शहरी दोनों स्तरों पर संगठनों को मिलकर असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को जागरूक और संगठित करना चाहिए।
कार्यक्रम में हिसार और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों मज़दूर, किसान, समाजसेवी और संगठन से जुड़े कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सभी ने एकमत होकर यह संकल्प लिया कि वे शहीदों के आदर्शों पर चलते हुए गरीब, मज़दूर और शोषित वर्ग के अधिकारों की लड़ाई जारी रखेंगे।
यह कार्यक्रम शहीद ऊधम सिंह के बलिदान को नमन करने के साथ-साथ सामाजिक न्याय और आर्थिक बराबरी के संघर्ष को नई ऊर्जा देने वाला सिद्ध हुआ।