दिनांक 19 फरवरी 2023 को उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, लखनऊ स्थित कांग्रेस भवन में असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता और संबोधन केकेसी के राष्ट्रीय चेयरमैन माननीय डॉ. उदित राज जी ने की।
इस बैठक में उत्तर प्रदेश के सभी प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं संगठन के विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य था —
➡️ राज्य में संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा,
➡️ कार्यकर्ताओं के अनुभवों और चुनौतियों को साझा करना,
➡️ और आने वाले समय में केकेसी के संगठनात्मक विस्तार व जनसंपर्क अभियान की रूपरेखा तैयार करना।
डॉ. उदित राज जी ने अपने उद्बोधन में कहा:
"उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में असंगठित क्षेत्र के करोड़ों कामगार जीवन की तमाम चुनौतियों से जूझ रहे हैं। चाहे वह मनरेगा मजदूर हों, रेहड़ी-पटरी वाले हों, निर्माण श्रमिक हों या घरेलू कामगार — आज सभी को सामाजिक सुरक्षा, उचित मजदूरी और गरिमामय जीवन की जरूरत है। केकेसी का उद्देश्य है इन सभी वंचित वर्गों को एक सशक्त संगठनात्मक मंच देना, जो उनकी आवाज़ को नीति निर्माण तक पहुंचा सके।"
उन्होंने कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुए यह भी कहा कि—
"अब समय आ गया है कि केकेसी सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन के रूप में उभरे। हमें गांव-गांव, ब्लॉक और जिला स्तर तक पहुँचकर असंगठित कामगारों को संगठित करना होगा, और उनकी लड़ाई को सड़क से संसद तक पहुंचाना होगा।"
बैठक के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष रूप से चर्चा हुई:
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में केकेसी की इकाइयों का सक्रिय पुनर्गठन
संगठन के सदस्यता अभियान को गति देना
श्रमिकों की समस्याओं पर जन-जागरूकता अभियान चलाना
केंद्र व राज्य सरकार की मजदूर-विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तय करना
महिला श्रमिकों व युवाओं को विशेष रूप से संगठन से जोड़ना
इस बैठक के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि उत्तर प्रदेश में केकेसी आने वाले समय में जन-संघर्ष की नई इबारत लिखने को तैयार है। संगठनात्मक ऊर्जा, प्रतिबद्धता और नेतृत्व के साथ केकेसी प्रदेश में असंगठित श्रमिकों के अधिकारों की लड़ाई को एक नई दिशा देने जा रही है।