हिमाचल प्रदेश केकेसी की महत्वपूर्ण राज्य स्तरीय बैठक

21 Apr, 2023

राजीव भवन, शिमला में दिनांक 21.04.2023 असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) की एक महत्वपूर्ण राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक न केवल संगठनात्मक मजबूती की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इसमें असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर ठोस चर्चा एवं रणनीति निर्माण भी किया गया।

इस अवसर पर केकेसी के राष्ट्रीय चेयरमैन, माननीय डॉ. उदित राज जी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने प्रभावशाली और विचारोत्तेजक भाषण में उन्होंने असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लाखों श्रमिकों की पीड़ा, चुनौतियाँ और अधिकारों की अनदेखी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा:

"असंगठित श्रमिक देश की रीढ़ हैं, लेकिन उन्हें आज भी न तो पर्याप्त सुरक्षा मिली है और न ही सम्मान। अब वक्त आ गया है कि यह आवाज हर मंच पर बुलंद हो और सरकारें जवाबदेह बनें। केकेसी यही लड़ाई लड़ रहा है – संविधान, न्याय और गरिमा की लड़ाई।"

बैठक में विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा वीरभद्र सिंह जी ने भी भाग लिया और अपने संबोधन में केकेसी द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा मज़दूरों, किसानों और वंचित तबकों के साथ खड़ी रही है और भविष्य में भी केकेसी के साथ मिलकर असंगठित क्षेत्र के लोगों की आवाज़ बुलंद करेगी।

इस कार्यक्रम में केकेसी हिमाचल प्रदेश के चेयरमैन श्री राजीव राणा जी ने भी राज्य में संगठन की गतिविधियों, विस्तार और भविष्य की रणनीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि केकेसी प्रदेश के हर जिले और गाँव तक पहुँच बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि असंगठित कामगारों को उनके अधिकारों और योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।

बैठक में केकेसी के वरिष्ठ पदाधिकारी, राज्य स्तरीय कार्यकर्ता, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और कई युवा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। चर्चा के दौरान रोजगार गारंटी, श्रमिक पंजीकरण, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, न्यूनतम वेतन, और महिला श्रमिकों से जुड़ी समस्याओं पर विशेष रूप से फोकस किया गया।

यह राज्य स्तरीय बैठक न केवल संगठनात्मक दृष्टिकोण से एक सशक्त मंच साबित हुई, बल्कि इसने स्पष्ट संकेत दिया कि केकेसी अब एक जनांदोलन का रूप ले रहा है, जिसकी पहुँच देश के हर कोने तक बन रही है। आने वाले समय में केकेसी असंगठित भारत की सबसे सशक्त आवाज बनकर उभरेगा।