दिनांक 18 अप्रैल 2022, दिल्ली में ऑटो-ट्रांसपोर्ट यूनियन द्वारा आयोजित दो दिवसीय हड़ताल के समर्थन में दिल्ली के असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) ट्रांसपोर्ट यूनियन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक सशक्त विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन प्रदेश अध्यक्ष श्री किशन वर्मा जी एवं प्रदेश महासचिव श्री रामचंद्र जी के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमें ट्रांसपोर्ट क्षेत्र से जुड़े सैकड़ों श्रमिकों एवं यूनियन प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य ट्रांसपोर्ट सेक्टर में काम कर रहे लाखों ड्राइवरों, कंडक्टरों, ऑटो और टैक्सी चालकों की आवाज को बुलंद करना और उनके सामाजिक-आर्थिक अधिकारों की रक्षा हेतु सरकार का ध्यान आकर्षित करना था। प्रदर्शनकारियों ने बढ़ते ईंधन मूल्यों, कम होती आय, सरकारी उपेक्षा और श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई।
इस अवसर पर केकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संजय गाबा जी भी प्रदर्शन में उपस्थित रहे और उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के मज़दूर इस देश की अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा हैं, लेकिन उन्हें न तो सामाजिक सुरक्षा प्राप्त है और न ही नीति-निर्माण में उनकी कोई भागीदारी। उन्होंने सरकार से मांग की कि ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के श्रमिकों को संगठित क्षेत्र के बराबर अधिकार, बीमा, पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा सुविधाएं प्रदान की जाएं।
श्री किशन वर्मा जी ने अपने भाषण में कहा कि यह हड़ताल सिर्फ वेतन या सुविधाओं की मांग नहीं, बल्कि सम्मानजनक जीवन जीने के अधिकार की मांग है। उन्होंने कहा कि केकेसी ट्रांसपोर्ट यूनियन हर स्तर पर ट्रांसपोर्ट कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करती रहेगी।
यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण, अनुशासित और जनसंघर्ष की भावना से परिपूर्ण था, जिसमें केकेसी ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि वह असंगठित श्रमिकों की हर लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहने वाला संगठन है।