दिनांक: 03 मार्च 2022 को मुंबई में असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) के राष्ट्रीय चेयरमैन एवं पूर्व सांसद डॉ. उदित राज जी ने महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री माननीय डॉ. नितिन राउत जी से शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात केवल औपचारिक नहीं, बल्कि बिजली विभाग में कार्यरत ठेका और अस्थायी कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं को सरकार के समक्ष रखने और उनके त्वरित समाधान हेतु की गई एक गंभीर पहल थी।
इस अवसर पर महाराष्ट्र केकेसी अध्यक्ष श्री मोहम्मद बदरूजमा जी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री सुनील शिंदे, और संगठन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री महोदय को राज्यभर से प्राप्त विभिन्न श्रमिक संगठनों और कर्मचारियों की शिकायतों का संकलन सौंपा और प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
प्रमुख मुद्दे जिन पर चर्चा हुई:
• बिजली विभाग के ठेका कर्मचारियों की नौकरी की असुरक्षा और न्यूनतम वेतन की अवहेलना
• ईएसआई, पीएफ और सामाजिक सुरक्षा जैसे लाभों से वंचित रहना
• दुर्घटना बीमा और कार्यस्थल सुरक्षा की कमी
• स्थायी भर्ती की प्रक्रिया में ठेका कर्मचारियों की उपेक्षा
• महिला कर्मचारियों के लिए विशेष सुविधाओं का अभाव
डॉ. उदित राज जी ने ऊर्जा मंत्री से आग्रह किया कि बिजली जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को सिर्फ “वर्कर” नहीं, बल्कि “फ्रंटलाइन एनर्जी वॉरियर्स” समझा जाना चाहिए, जो दिन-रात जोखिम उठाकर जनसेवा करते हैं। उन्होंने कहा:
"हमारा दायित्व है कि हम इन कर्मचारियों को सम्मान, सुरक्षा और स्थायित्व प्रदान करें। केकेसी ऐसे सभी मुद्दों को मजबूती से उठाता रहेगा, चाहे वह सड़क पर हो या संसद में।"
मंत्री डॉ. नितिन राउत जी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि सरकार इन मुद्दों को गंभीरता से लेगी और जल्द ही विभागीय स्तर पर समीक्षा बैठक आयोजित कर उचित कदम उठाएगी।