दिनांक 30 दिसंबर 2021 को मुंबई में असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) की एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता केकेसी के राष्ट्रीय चेयरमैन, माननीय डॉ. उदित राज जी ने की, जिसमें मुंबई प्रदेश, केकेसी कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण, कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मुंबई के असंगठित क्षेत्र से जुड़े तमाम मुद्दों और श्रमिकों की जमीनी समस्याओं की समीक्षा से हुई। बैठक के दौरान डॉ. उदित राज जी ने संगठनात्मक ढांचे को और अधिक मजबूत करने, मज़दूरों के अधिकारों की रक्षा करने, और नीतिगत स्तर पर केकेसी की सक्रिय भूमिका को रेखांकित किया।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुंबई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, श्री भाई जगताप जी की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी सशक्त बनाया। उनके साथ-साथ महाराष्ट्र एवं मुंबई के केकेसी नेता और कार्यकर्ता भी पूरे जोश और प्रतिबद्धता के साथ मौजूद रहे।
बैठक के बाद डॉ. उदित राज जी ने एक पत्रकार वार्ता को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा:
“देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में लाखों की संख्या में असंगठित श्रमिक काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें न सामाजिक सुरक्षा प्राप्त है, न न्यूनतम मज़दूरी की गारंटी। केकेसी का उद्देश्य इन वंचित तबकों को एक संगठित शक्ति के रूप में उभारना है, ताकि उनकी आवाज़ शासन-प्रशासन तक पहुंचे और उनके अधिकारों को संरक्षित किया जा सके।”
पत्रकारों से बातचीत में डॉ. राज ने यह भी बताया कि महाराष्ट्र में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए विशेष जन-जागरण और सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, जिसमें ऑटो चालकों, घरेलू कामगारों, निर्माण श्रमिकों, सफाईकर्मियों, होटल-रेस्टोरेंट कर्मचारियों सहित तमाम वर्गों को जोड़ा जाएगा।
मुंबई कार्यकारिणी की यह बैठक एक नए ऊर्जा, एकजुटता और संकल्प के साथ समाप्त हुई, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने आने वाले समय में असंगठित कामगारों के हक़ की लड़ाई को मज़बूती से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।