दिनांक 25 दिसंबर 2021 को असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) के राष्ट्रीय चेयरमैन, माननीय डॉ. उदित राज जी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक बैठक का आयोजन कांग्रेस मुख्यालय, 24 अकबर रोड, नई दिल्ली में संपन्न हुआ। इस बैठक में दिल्ली के तीन प्रमुख ज़िलों — नजफ़गढ़, रोहिणी और नई दिल्ली — से जुड़े वरिष्ठ नेताओं, सक्रिय कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक का उद्देश्य इन ज़िलों में असंगठित कामगारों की सामाजिक, आर्थिक और श्रम-संबंधी समस्याओं को प्रभावी रूप से उठाने हेतु संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना और नेतृत्व की जिम्मेदारियों का स्पष्ट रूप से निर्धारण करना था।
बैठक के मुख्य बिंदु:
• तीनों ज़िलों में ज़मीनी स्तर पर संगठन को सशक्त और सक्रिय बनाने हेतु रणनीति तैयार की गई।
• प्रत्येक ज़िले में प्रमुख पदों की जिम्मेदारियाँ तय की गईं ताकि कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।
• ज़िला कमेटियों के गठन की रूपरेखा पर चर्चा हुई और स्थानीय स्तर पर श्रमिकों से संवाद व संपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
• असंगठित क्षेत्र के कामगारों की प्रमुख समस्याओं — न्यूनतम वेतन, सामाजिक सुरक्षा, स्थायी रोजगार, कार्यस्थल की गरिमा आदि — को लेकर ज़िला स्तर पर जनजागरण अभियान चलाने की योजना बनाई गई।
डॉ. उदित राज जी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा:
"संगठन तभी मजबूत होता है जब उसकी जड़ें ज़मीनी स्तर तक फैली हों। नजफ़गढ़, रोहिणी और नई दिल्ली जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में केकेसी के कार्यकर्ताओं की भूमिका अत्यंत अहम है। हमारा उद्देश्य सिर्फ संगठन निर्माण नहीं, बल्कि असंगठित कामगारों को एक प्रभावशाली मंच देना है जहाँ से वे अपनी आवाज़ बुलंद कर सकें।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक ज़िले में केकेसी का उद्देश्य सिर्फ चुनावी राजनीति नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक आंदोलन के रूप में श्रमिकों को न्याय, सम्मान और सुरक्षा दिलाना है।
बैठक में भाग लेने वाले सभी कार्यकर्ताओं ने पूर्ण समर्पण भाव से संगठन की नीति एवं सिद्धांतों का पालन करते हुए मज़दूर हितों के लिए संघर्ष तेज़ करने का संकल्प लिया।
केकेसी की यह पहल दिल्ली के असंगठित श्रमिकों को संगठित करने और उनकी समस्याओं के स्थायी समाधान की दिशा में एक सार्थक और निर्णायक कदम है।